Friday, March 5, 2010

To the Failed

Be it in exam or anything...there will be one more tomorrow.. (in fact many more tomorrows!)







एक अँधेरा लाख सितारे ,
एक निराशा लाख सहारे |
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे |


दुनिया की यह बगिया ऐसी
जितने कांटे फूल भी उतने,
दामन मे ख़ुद आ जायेंगे
जिनकी तरफ़ तू हाथ पसारे |


बीते हुए कल की खातिर तू
आने वाला कल मत खोना,
जाने कौन कहाँ से आकर
राहें तेरी फ़िर से संवारे |


दुःख से अगर पहचान न हो तो,
कैसा सुख और कैसी खुशियाँ,
तूफानों से लड़कर ही तो
लगते हैं साहिल कितने प्यारे |


एक अँधेरा लाख सितारे,
एक निराशा लाख सहारे,
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे ||


- इन्दीवर

No comments:

Post a Comment